धर्मोत्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्रीधाम वृंदावन में ज्योतिषीय सम्मेलन का भव्य आयोजन: ज्योतिष, वास्तु, टैरो और अंकशास्त्र के विशेषज्ञ करेंगे ज्ञान-विस्तार

धर्मोत्थान सेवा संस्थान के तत्वावधान में श्रीधाम वृंदावन में ज्योतिषीय सम्मेलन का भव्य आयोजन: ज्योतिष, वास्तु, टैरो और अंकशास्त्र के विशेषज्ञ करेंगे ज्ञान-विस्तार

7 दिसंबर 2024 को धर्मोत्थान सेवा संस्थान के सौजन्य से श्रीधाम वृंदावन में एक महत्वपूर्ण और विशिष्ट ज्योतिषीय सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है, जो आध्यात्मिक, ज्योतिषीय और धार्मिक ज्ञान की दृष्टि से ऐतिहासिक साबित हो सकता है। हरे कृष्ण ऑर्किड में आयोजित इस सम्मेलन में देश के प्रमुख ज्योतिषाचार्य और धार्मिक विद्वान हिस्सा लेंगे, जहाँ ज्योतिष, वास्तु, टैरो कार्ड रीडिंग, और अंकशास्त्र (न्यूमरोलॉजी) जैसी विधाओं पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन के पीछे का उद्देश्य जन-मानस को इन प्राचीन विधाओं के गूढ़ रहस्यों और उनके जीवन पर प्रभाव से अवगत कराना है, जिससे वे अपनी समस्याओं का समाधान और जीवन में सुख-शांति पा सकें।

सम्मेलन का परिचय: अतीत से वर्तमान तक

धर्म, ज्योतिष, और अन्य आध्यात्मिक विधाओं में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह सम्मेलन एक अनूठा अवसर होगा। धर्मोत्थान सेवा संस्थान का उद्देश्य लोगों को उनके जीवन की दिशा, समस्याओं के समाधान, और आध्यात्मिकता से जोड़ना है। इस सम्मेलन में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ज्योतिष, वास्तु, टैरो कार्ड रीडिंग और अंकशास्त्र पर विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। इस तरह के सम्मेलन में ज्योतिष और अन्य पद्धतियों का अद्भुत सम्मिलन होता है, जिससे समाज को प्राचीन विज्ञान की वर्तमान जीवनशैली में प्रासंगिकता समझने का मौका मिलता है।

प्रमुख सत्र: ज्योतिष, वास्तु, टैरो कार्ड रीडिंग, और अंकशास्त्र

इस सम्मेलन में प्रत्येक सत्र का विशेष महत्व होगा और इसे ध्यान में रखते हुए विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ अपने गहन अनुभव और ज्ञान को साझा करेंगे।

1. ज्योतिष सत्र:

ज्योतिष सत्र में ग्रहों की चाल, उनकी विशेषताओं और उनके प्रभाव पर गहन चर्चा की जाएगी। इसके अंतर्गत कुंडली के विभिन्न पहलुओं को समझने, ग्रहों के प्रभाव से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों पर जानकारी दी जाएगी। मान्यता है कि ग्रहों की चाल और उनकी स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। जन्मकुंडली का सही अध्ययन और उसकी उचित व्याख्या से व्यक्ति को आने वाले समय का ज्ञान और अपनी जीवन की दिशा का निर्धारण करने में मदद मिलती है। इस सत्र में ज्योतिष विशेषज्ञ लोगों को उनके जीवन की अनिश्चितताओं का सामना करने और सही निर्णय लेने में सहायता करने के लिए सुझाव देंगे।

2. वास्तु शास्त्र सत्र:

वास्तु शास्त्र भारतीय वास्तु विद्या की एक प्राचीन विधा है, जो स्थान के भौतिक स्वरूप, दिशाओं, और ऊर्जा संतुलन पर आधारित है। इस सत्र में विशेषज्ञ बताएंगे कि किस प्रकार वास्तु सिद्धांतों का पालन करके घर और कार्यस्थल को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकते हैं। हर दिशा का अपना विशेष महत्व है, और यदि किसी भवन का निर्माण वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार किया गया हो तो वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जिससे सुख-शांति और समृद्धि बढ़ती है। विशेषज्ञ वास्तु में घर और ऑफिस के लिए शुभ दिशाओं, निर्माण के तरीके, रंगों के चयन, और वास्तु दोष निवारण के उपायों पर भी चर्चा करेंगे।

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3. टैरो कार्ड रीडिंग सत्र:

टैरो कार्ड रीडिंग के सत्र में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन देने के लिए टैरो कार्ड विशेषज्ञों द्वारा व्यक्तिगत और सामूहिक रीडिंग की जाएगी। टैरो कार्ड एक प्रतीकात्मक प्रणाली है, जो विभिन्न कार्डों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन से जुड़े संदेशों को व्यक्त करती है। इसे एक अंतःप्रज्ञा विधि माना जाता है, जिसमें कार्ड्स के विभिन्न संयोजनों से भविष्य और वर्तमान की समस्याओं का समाधान ढूंढ़ा जाता है। इस सत्र में विशेषज्ञ लोगों को उनकी समस्याओं के समाधान और आत्म-जागरूकता प्राप्त करने के तरीके बताएंगे।

4. अंकशास्त्र सत्र:

अंकशास्त्र (न्यूमरोलॉजी) के सत्र में अंकों की शक्ति, उनके महत्व और उनके जीवन पर प्रभाव की चर्चा होगी। अंकशास्त्र के अनुसार, प्रत्येक अंक का व्यक्ति के जीवन में एक खास प्रभाव होता है, चाहे वह जन्मदिन का अंक हो या किसी अन्य महत्वपूर्ण तिथि का। न्यूमरोलॉजी विशेषज्ञ इस सत्र में अंकों के आधार पर व्यक्तित्व विश्लेषण, भाग्य, और जीवन में आने वाले अवसरों और चुनौतियों की जानकारी देंगे। साथ ही, अंकशास्त्र के माध्यम से अपने जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने के उपाय भी बताएंगे।

आयोजन के मुख्य उद्देश्य और लाभ

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है समाज के विभिन्न वर्गों को ज्योतिष, वास्तु, टैरो और अंकशास्त्र जैसे प्राचीन और प्रभावशाली विज्ञानों के प्रति जागरूक करना और उनके महत्व को समझाना। इन सत्रों में भाग लेकर लोग अपनी शंकाओं का समाधान पा सकते हैं और अपने जीवन को नई दिशा दे सकते हैं।

 

आयोजन में शामिल होकर लोग:

  • अपनी जीवन समस्याओं के संभावित समाधान जान सकते हैं।
  • अपने भविष्य के निर्णयों को ज्योतिषीय दिशा-निर्देशों के आधार पर बेहतर बना सकते हैं।
  • वास्तु के माध्यम से घर और कार्यस्थल में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ा सकते हैं।
  • अंकशास्त्र और टैरो के जरिए अपने व्यक्तित्व और जीवन की दिशा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं।

आयोजन के प्रायोजक और संपर्क जानकारी

धर्मोत्थान सेवा संस्थान के इस आयोजन के प्रायोजकों में प्रमुख ज्योतिषाचार्य और धार्मिक विद्वान हैं। कार्यक्रम की संयोजक मंडली में डॉक्टर उर्वशी अरोड़ा, आदित्य झा, और पंकज शर्मा प्रमुख हैं। इच्छुक प्रतिभागियों को समय पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि स्थान सीमित हैं। इस आयोजन का हिस्सा बनकर प्रतिभागी न केवल ज्ञानार्जन कर सकते हैं, बल्कि वे अपने अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान भी कर सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन के लिए संपर्क करें:

  • उर्वशी अरोड़ा: 8287177323
  • आदित्य झा: 9354810327
  • पंकज शर्मा: 7000053844

आयोजन के लिए तैयारी

इस आयोजन को विशेष बनाने के लिए हर एक सत्र की व्यापक योजना बनाई गई है, जहाँ प्रतिभागियों को शिक्षाप्रद और जीवनपरक सत्रों का अनुभव मिलेगा। इस आयोजन के माध्यम से ज्ञान और आस्था का सम्मिलन हो सकेगा, और सभी प्रतिभागियों के लिए यह एक सार्थक और यादगार अवसर साबित होगा।

धर्मोत्थान सेवा संस्थान का यह प्रयास समाज को ज्योतिष, वास्तु, टैरो, और अंकशास्त्र जैसी प्राचीन विधाओं के बारे में जागरूक करने के लिए प्रेरणादायक कदम है। इसमें भाग लेकर लोग न केवल अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं, बल्कि समाज में भी ज्ञान और चेतना के प्रसार में योगदान दे सकते हैं।