दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख त्योहार है। यह केवल प्रकाश का पर्व नहीं है, बल्कि यह समृद्धि, खुशी, और खुशियों का उत्सव भी है। हर वर्ष यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाते हैं, मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशियाँ बांटते हैं।
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो घर के निर्माण और सजावट में संतुलन और समृद्धि लाने के लिए महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम दिवाली के विशेष अवसर पर वास्तु शास्त्र के कुछ उपाय और उनके लाभों के बारे में चर्चा करेंगे।
वास्तु शास्त्र का महत्व
वास्तु शास्त्र में घर के निर्माण, उसकी दिशा, और आंतरिक सजावट के बारे में निर्देश दिए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देना और नकारात्मकता को दूर करना है। यदि घर में वास्तु के अनुसार परिवर्तन किए जाएं, तो यह न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है, बल्कि धन और समृद्धि में भी वृद्धि कर सकता है।
दिवाली और वास्तु शास्त्र
दिवाली का पर्व धन की देवी लक्ष्मी के स्वागत का समय होता है। इसलिए, इस समय अपने घर को वास्तु के अनुसार सजाना और व्यवस्थित करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल लक्ष्मी का स्वागत करेगा, बल्कि घर में सुख-शांति और समृद्धि भी लाएगा।
दिवाली पर वास्तु शास्त्र के विशेष उपाय
1. घर की सफाई
दिवाली से पहले घर की सफाई करना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मकता का संचार करता है।
उपाय:
सभी कोनों की सफाई करें: घर के सभी कोनों, अलमारियों, और फर्नीचर को अच्छी तरह साफ करें।
पुराने सामान को हटाएं: बेकार और पुराने सामान को बाहर निकालें।
2. मुख्य द्वार की सजावट
मुख्य द्वार घर का प्रवेश द्वार होता है, जहां से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इसे सुंदर और आकर्षक बनाना आवश्यक है।
उपाय:
रंगोली बनाएं: मुख्य द्वार पर रंग-बिरंगी रंगोली बनाएं। यह न केवल सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि घर में लक्ष्मी का स्वागत भी करता है।
दीप जलाएं: मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
3. सकारात्मकता का संचार
घर में सकारात्मकता बनाए रखना आवश्यक है। दिवाली पर विशेष उपाय करें।
उपाय:
फूलों का उपयोग करें: घर में ताजे फूल रखें। यह नकारात्मकता को दूर करता है।
सुगंधित अगरबत्ती जलाएं: घर में सुगंधित अगरबत्ती जलाना नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है।
4. लक्ष्मी पूजन के लिए स्थान चुनना
लक्ष्मी पूजन के लिए सही स्थान का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। इससे सकारात्मकता और समृद्धि में वृद्धि होती है।
उपाय:
उत्तरी या पूर्वी दिशा का चयन करें: पूजन के लिए उत्तरी या पूर्वी दिशा का चयन करें। यह समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक है।
स्वच्छ और सुव्यवस्थित स्थान: पूजन का स्थान स्वच्छ और व्यवस्थित होना चाहिए।
5. घर के आंतरिक सजावट
घर के अंदर की सजावट भी महत्वपूर्ण है। इसे सुंदर और व्यवस्थित बनाना आवश्यक है।
उपाय:
दीपों की सजावट: घर के अंदर दीपों की सजावट करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
चित्र और मूर्तियां: भगवान लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों या चित्रों को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में स्थापित करें।
6. नकारात्मकता को दूर करने के उपाय
दिवाली पर नकारात्मकता को दूर करना आवश्यक है। यह आपके जीवन में सुख और समृद्धि लाने में मदद करता है।
उपाय:
नमक का उपयोग करें: एक कटोरी में नमक भरकर उसे घर के चारों कोनों में रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
सरसों के तेल का दीपक: सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसे घर के चारों कोनों में रखें।
7. वास्तु के अनुसार रंगों का उपयोग
दिवाली पर रंगों का उपयोग भी महत्वपूर्ण है। यह नकारात्मकता को दूर करता है और सकारात्मकता का संचार करता है।
उपाय:
सफेद और पीला रंग: सफेद और पीला रंग शुभ माने जाते हैं। इन रंगों का उपयोग सजावट में करें।
लाल रंग के दीपक: लाल रंग के दीपक जलाएं। यह धन और समृद्धि का प्रतीक है।
8. सकारात्मकता के लिए मंत्र
दिवाली पर सकारात्मकता बनाए रखने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें।
उपाय:
"ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः": इस मंत्र का जाप करें। यह लक्ष्मी देवी की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।
"ॐ गण गणपति नमः": गणेश जी का यह मंत्र नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है।
दिवाली के बाद के उपाय
1. सकारात्मक सोच बनाए रखें
दिवाली के बाद सकारात्मक सोच बनाए रखना आवश्यक है। अपने लक्ष्यों की ओर ध्यान केंद्रित करें।
2. समर्थन प्राप्त करें
आपके आस-पास के लोग आपके लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकते हैं। उनसे संवाद करें और सहयोग लें।
3. धन का सदुपयोग करें
दिवाली के बाद धन का सदुपयोग करें। इसे निवेश करने, बचत करने, और दान करने में लगाएं।
दिवाली का पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह आपके जीवन में नई संभावनाओं के द्वार खोलने का समय है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर को सजाने और व्यवस्थित करने के उपाय न केवल आपके घर में सकारात्मकता लाएंगे, बल्कि आपके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि भी लाएंगे।
इस दिवाली, अपने घर में खुशियों का दीप जलाएं और अपने जीवन में नई संभावनाओं के द्वार खोलें।
Jai Mata Di I am Astro Himanshu Bhardwaj, son of Shri Astro Rajesh Bhardwaj, a young astrologer in the world of astrology.
I belong to a Brahmin family, hence since childhood I have had a distinct interest in astrology and our religious scriptures and the Vedas.
I got the company of my father and my guru Astro Rajesh Sharma ji right from my childhood and due to this,
my interest in astrology was awakened and I received education from him only.
In today's world, where many people say that things like astrology or astrology are superstitions,
I believe that scientific evidence of all these things is available in our religion and we should unite and support this golden age of our religion,
Sanatan and astrology. History should be taken forward and awareness should be spread among the people.
Through my studies and knowledge acquired over many years, I want to awaken the coming generation and always dedicate myself for the welfare of humanity.
Today, through ALLSO, I have got such an opportunity that today I am in front of you all and am present to help you all.
Please Vist Our Best Brand Astrologer's
Consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod
tempor incididuesdeentiut labore
etesde dolore magna aliquapspendisse and the gravida.
Here You Can See Daily Updates For Any Event, Astrology, Your Life
© Copyright 2022-2023 allso.in Designed by Ved Shastra Astro Pvt. Ltd.