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कुंभ विवाह (Kumbha Vivah) / शालिग्राम विवाह (Shaligram Vivah) / वृक्ष विवाह (Tree Vivah)
क्या है कुंभ विवाह?
कुंभ विवाह एक वैदिक और प्राचीन परंपरा है, जो मंगलीक दोष से पीड़ित लड़कियों के लिए की जाती है। मंगलीक दोष दो प्रकार का होता है:
आंशिक मंगलीक दोष (Anshik Manglik Dosh)
पूर्ण मंगलीक दोष (Purna Manglik Dosh)
कुंभ विवाह एक धार्मिक और प्रतीकात्मक प्रक्रिया है, जिसमें मंगलीक दोष को निष्प्रभावी (न्यूट्रल) करने के लिए लड़की का विवाह मिट्टी के घड़े, किसी वृक्ष (जैसे पीपल या केले के वृक्ष), या शालिग्राम शिला (भगवान विष्णु का प्रतीक) के साथ कराया जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से मंगलीक दोष का प्रभाव समाप्त हो जाता है और भविष्य में लड़की के जीवनसाथी पर इस दोष का कोई असर नहीं पड़ता।
कुंभ विवाह के लाभ (Benefits of Kumbha Vivah):
मंगलीक दोष निवारण: इस प्रक्रिया से मंगलीक दोष पूरी तरह समाप्त हो जाता है।
जीवन में स्थिरता: व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में स्थिरता आती है।
मंगल ग्रह के बुरे प्रभावों से मुक्ति: इस पूजा से मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव समाप्त होते हैं और मंगल का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जीवन में शुभता: जीवन में सकारात्मकता, शांति और समृद्धि आती है।
वैवाहिक जीवन में खुशहाली: इस पूजा के बाद विवाह का संबंध मजबूत और शुभ बनता है।
गणेश पूजा और अभिषेक (Ganesh Puja and Abhishek)
मंगल यंत्र पूजा (Mangal Yantra Puja)
भगवान शिव पूजा (Lord Shiva Puja)
भगवान हनुमान पूजा (Lord Hanuman Puja)
मंगल दोष निवारण मंत्र जाप (Mangal Dosh Nivaran Mantra Japa)
मंगल होम (Mangal Homa)
मंगल शांति के लिए दान (Mangal Shanti Donation)
दान का महत्व (Importance of Charity):
पूजा के बाद दान करना आवश्यक है। दान से पूजा के प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है और भक्त को शीघ्र लाभ प्राप्त होता है।
दान के प्रकार (Types of Charity):
रत्न (Gemstones) अनाज (Grains) फल (Fruits)
पशु-पक्षियों को भोजन देना (Feed for Animals or Birds)
वस्त्र (Clothes like Chunari or Others) दक्षिणा (Dakshina - Money)
ब्राह्मण भोज (Brahmin Bhoj)
हवन की राख को मंदिर में अर्पित करना और पूजा सामग्री के साथ भक्तों को वितरित करना
शंख, कौड़ी या समुद्र से प्राप्त वस्तुएं (Shankh/Kaudi/Sea Collected Items)
धातु का दान (Metal Donation)
हम क्या करते हैं? (What We’ll Do):
बुकिंग की पुष्टि (Booking Confirmation):
बुकिंग की पुष्टि के बाद आपको पूजा के दिन और विधि की जानकारी दी जाएगी।
पूजा का आयोजन (Arrangement of Puja):
शुभ मुहूर्त के अनुसार पूजा आयोजित की जाएगी।
पूजा के बाद प्रसाद (Delivery of Prasad):
पूजा पूरी होने के बाद सिद्ध यंत्र और प्रसाद आपको डाक या कुरियर के माध्यम से भेजा जाएगा।
सिद्ध यंत्र का उपयोग (Usage of Siddh Yantra):
यंत्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें या उसे धारण करें, जैसा निर्देश दिया गया हो।
कुंभ विवाह एक प्रभावशाली धार्मिक प्रक्रिया है, जो मंगलीक दोष के निवारण और जीवन में शुभता, शांति और सफलता लाने के लिए की जाती है। इससे न केवल ग्रहों के अशुभ प्रभाव समाप्त होते हैं, बल्कि वैवाहिक जीवन में भी सौभाग्य प्राप्त होता है।