Astrologer
एक मुखी रुद्राक्ष एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात शिव का रुद्र स्वरूप माना गया है। इस रुद्राक्ष परब्रह्म माना गया है। एक मुखी रुद्राक्ष सत्य, चैतन्यस्वरूप परब्रह्म का प्रतीक है। एकमुखी रुद्राक्ष साक्षात शिव स्वरूप ही है इसीलिए इसे धारण करने से जीवन में सुख-शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। और भगवान आदित्य का आशिर्वाद भी प्राप्त होता है।एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से जीवन में किसी भी वस्तु का अभाव नहीं रहता। इसे धारण किसी भी रविवार और सोमवार को इस रुद्राक्ष को शिवलिंग पर रखकर कच्चे दूध और काले तिल अभिषेक और मंत्र सहित पूजा और जप करवा कर, भस्म और चन्दन का तिलक कर के उपरोक्त ।ॐ रूद्र एक वकत्रस्य ? ॐ ह्रीं नमः? । मन्त्र की 21 माला का जाप करके धारण करना चाहिए।जहां एक मुखी रूद्राक्ष की पूजा होती है, वहां से लक्ष्मी दूर नहीं जाती लक्ष्मी उसके घर में चिरस्थायी बनी रहती है। चित्त में प्रसन्नता, अनायास धनप्राप्ति, रोगमुक्ति तथा व्यक्तित्व में निखार और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होता है। सभी जातक के जीवन में एक मुखी रुद्राक्ष का प्रभाव अपने नेतृत्व, अपने शरीर की एनर्जी,पावर, अपने कार्य करने की क्षमता में आत्माविश्वास, राजनीती में अच्छे पद पर प्रतिष्ठा, अच्छी ख्याति और एक मुखी रुद्राक्ष जो भी धारण करता है उसे सामाजिक,राजकीय,कौटुम्बिक,पारिवारिक,व्यावसायिक यह सभी स्थान पर अपने कार्य में अच्छी प्रसिद्धि भी प्राप्त होती है और वह जातक कभी गरीब नहीं होता। विशेष यदि कोई जातक वकील है जज है, जमीन जायदाद क्रियविकृय का काम काज करता है ,होटल व्यवसाय के कर्मचारी, या तो न्यायालय में काम करता है उसे अपने कार्य में अच्छी सफलता और प्रसिद्धि की प्राप्ति के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए .