वसंत पंचमी 2025 महत्वपूर्ण तथा, शुभ योग और पूजा मुहूर्त

वसंत पंचमी 2025 महत्वपूर्ण तथा, शुभ योग और पूजा मुहूर्त

आपके जीवन में आए सदा बहार, सरस्वती द्वार आपके विराजे हरपल,
हर काम आपका हो जाए सफल। वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

माँ सरस्वती का बसंत पंचमी त्योहार

02/02/2025: इस बार वसंत पंचमी पर विशेष संयोग

इस बार वसंत पंचमी की तिथि 02 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह 09:16 मिनट से 30:58 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा।

इसी दिन कुंभ मेले में तीसरा शाही स्नान भी होगा।

वसंत पंचमी का महत्व

वसंत पंचमी या श्री पंचमी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती, प्रेम के देवता कामदेव और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। भारत, नेपाल, बांग्लादेश सहित कई देशों में यह पर्व बड़े उल्लास से मनाया जाता है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।

वसंत पंचमी से जुड़ी पौराणिक मान्यताएँ

माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी मनाई जाती है। प्राचीन काल में वर्ष को छह ऋतुओं में विभाजित किया गया था, जिनमें वसंत सबसे प्रिय ऋतु मानी जाती थी। इस दौरान खेतों में सरसों के फूल खिलते हैं, जौ और गेहूँ की बालियाँ लहलहाने लगती हैं, आम के पेड़ों पर बौर आ जाता है और वातावरण में आनंद छा जाता है।

शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन माँ सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। इसलिए इस दिन ज्ञान, संगीत और कला के साधकों के लिए विशेष पूजा का महत्व होता है।

शुभ योगों में पूजा का महत्व

2025 की वसंत पंचमी पर  देवी सरस्वती की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन नई विद्या, कला, संगीत आदि सीखने के लिए उत्तम समय होता है। साथ ही स्कूल, कोचिंग क्लास, नई दुकान और शोरूम की शुरुआत के लिए यह दिन अत्यंत शुभ होता है।

वसंत पंचमी पर पूजन विधि

  • स्नान कर पीले या सफेद वस्त्र धारण करें।

  • माँ सरस्वती की प्रतिमा या चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करें।

  • माँ को केसर का तिलक करें और पीले फूल अर्पित करें।

  • केसर मिश्रित दूध या खीर का भोग लगाएँ।

  • पढ़ाई-लिखाई की सामग्री, पुस्तकें, वाद्य यंत्र आदि की पूजा करें।

  • गुरु, माता-पिता और शिक्षकों का सम्मान करें।

वसंत पंचमी पर शुभ कार्य

  • इस दिन गृह प्रवेश, भूमि पूजन, नया व्यवसाय प्रारंभ करना, वाहन खरीदना और अन्य मांगलिक कार्य अत्यंत शुभ माने जाते हैं।

  • बच्चों का विद्यारंभ संस्कार इस दिन करना अत्यंत फलदायी होता है।

  • यदि बच्चा छह माह का हो गया हो, तो इस दिन उसका अन्नप्राशन संस्कार (पहली बार अन्न ग्रहण कराना) करना शुभ होता है।

  • विद्या और ज्ञान प्राप्ति के लिए इस दिन गरीब बच्चों को पुस्तकें, कॉपियाँ और अध्ययन सामग्री वितरित करें।

वसंत पंचमी पर क्या न करें

  • गुरु और माता-पिता का अनादर न करें।

  • झूठ न बोलें और गलत भाषा का प्रयोग न करें।

  • पुस्तकों और अध्ययन सामग्री का अपमान न करें।

  • काले रंग के वस्त्र धारण करने से बचें।

वसंत पंचमी की शुभकामनाएँ

"आपके जीवन में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहे, माँ सरस्वती का आशीर्वाद आपको मिले और ज्ञान का प्रकाश आपके जीवन को प्रकाशित करे। वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!"