![उज्जैन में अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष, तंत्र और वास्तु महासम्मेलन-2024 सफलतापूर्वक संपन्न नेपाल दक्षिण एशियाई ज्योतिष महासंघ अंतर्राष्ट्रीय समिति आचार्य लक्ष्मण पंथी जी को विधागत सम्मान प्रदान किए गए](https://allso.in/brand_admin/main/uploads/blog/nepal laxman panthi 2.jpeg)
दक्षिण एशियाई ज्योतिष महासंघ अंतर्राष्ट्रीय समिति के विद्वान आचार्य लक्ष्मण पंथी जी का विधागत सम्मान प्रदान किए गए
स्थान: उज्जैन, मध्य प्रदेश आयोजन तिथियाँ: 21-22 दिसंबर 2024
भारत के पवित्र और ऐतिहासिक नगरी उज्जैन में दक्षिण एशियाई ज्योतिष महासंघ अंतर्राष्ट्रीय समिति, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, और महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष, तंत्र और वास्तु महासम्मेलन का आयोजन हुआ। यह आयोजन विक्रम विश्वविद्यालय के सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें भारत और नेपाल के 465 से अधिक ज्योतिषाचार्य, वास्तुविद् और पूर्वीय दर्शन के विद्वान शामिल हुए।
उद्घाटन सत्र और मुख्य अतिथि
सम्मेलन का उद्घाटन सत्र भव्य और गरिमामयी रहा। कार्यक्रम का उद्घाटन विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रा. डॉ. अनिल कुमार शर्मा, महामंडलेश्वर जैन बाबा बालयोगी (राज्यसभा सांसद), और महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
समापन सत्र का उद्घाटन विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रा. डॉ. अर्पण भारद्वाज कार्यक्रम संयोजक प्रा. डॉ. सर्वेश्वर शर्मा,और दक्षिण एशियाई ज्योतिष महासंघ के अध्यक्ष आचार्य लक्ष्मण पंथी ऑलसो (allso.in) ग्रुप के चेयरमैन प्रा. डॉ. कार्तिक रावल सह-संयोजक राजगुरु कृपाराम उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर किया।
सम्मेलन के मुख्य विषय और विचार-विमर्श
सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
आचार्य लक्ष्मण पंथी ने अपने वक्तव्य में भारत और नेपाल के पंचांगों में एकरूपता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय पंचांग में नेपाल के पर्व-त्योहारों का समावेश होना चाहिए।
ज्योतिष आचार संहिता का पालन करने और भविष्य में विश्वविद्यालय और महासंघ के सहयोग से और अधिक सम्मेलनों का आयोजन करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
डॉ. देवीप्रसाद खनाल ने विक्रमादित्य और विक्रम संवत के संबंध पर अपने विचार साझा किए।
प्रेमप्रसाद पराजुली ने तंत्र शास्त्र की गहराई और उसके महत्व को रेखांकित किया।
अच्युतमणि आचार्य ने ज्योतिषीय विज्ञान के विविध पहलुओं पर अपनी धारणा रखी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तित्व
कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, विभिन्न विषयों के प्राध्यापक, और मध्य प्रदेश के राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति रही। सह-संयोजक राजगुरु कृपाराम उपाध्याय ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
अन्य प्रमुख उपस्थित व्यक्तित्व:
बीजेपी मध्य प्रदेश के प्रचार विभाग प्रमुख प्रा. राकेश पांडे
अहमदाबाद से वास्तुविद् प्रा. डॉ. कार्तिक रावल
हरियाणा के ज्योतिषाचार्य और वास्तु विशेषज्ञ डॉ. गुरभेज सिंह ढिल्लो
भोपाल की प्रतिष्ठित ज्योतिष पत्रिका "जीवन वैभव" के प्रधान संपादक हेमचंद्र पांडे
लाल किताब विशेषज्ञ डॉ. रिभुकांत गोस्वामी
नेपाल से प्रमुख प्रतिनिधि
नेपाल की ओर से दक्षिण एशियाई ज्योतिष महासंघ के अध्यक्ष आचार्य लक्ष्मण पंथी के नेतृत्व में एक प्रभावशाली प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ। इसमें शामिल थे:
सह-अध्यक्ष आचार्य डॉ. अशोक कुमार मिश्र
उपाध्यक्ष डॉ. देवीप्रसाद खनाल और प्रेमप्रसाद पराजुली
महासचिव आशीष प्रसाद सिंखड़ा
वरिष्ठ सदस्य ज्यो. सुरेश चंद्र रिजाल
प्रचार सचिव ज्यो. लव श्रेष्ठ
संगठन सचिव ज्यो. अंबर रत्न बज्राचार्य
गंडकी प्रदेश समिति के उपाध्यक्ष पंडित नीलकंठ उपाध्याय
नेपाल और भारत के विशेषज्ञों ने अपने ज्ञान, अनुभव और सुझाव साझा करते हुए सम्मेलन को सफल और उपयोगी बनाया।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
सम्मेलन के दौरान सभी प्रतिभागियों को विक्रम विश्वविद्यालय सहभागिता प्रमाणपत्र और विशिष्ट विधागत सम्मान प्रदान किए गए। सम्मान वितरण समिति में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिलकुमार शर्मा, कार्यक्रम संयोजक प्रा. डॉ. सर्वेश्वर शर्मा, और श्रीराम तिवारी शामिल थे।
सम्मेलन की उपलब्धि और भविष्य की योजना
सम्मेलन ने ज्योतिष, तंत्र, और वास्तु के क्षेत्र में नए दृष्टिकोण और विचारों को प्रस्तुत करने का एक अद्वितीय मंच प्रदान किया। आचार्य लक्ष्मण पंथी ने सम्मेलन की सफलता के लिए सभी आयोजकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और घोषणा की कि भविष्य में विश्वविद्यालय और महासंघ के संयुक्त प्रयासों से और भी सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष, तंत्र और वास्तु महासम्मेलन-2024 ने न केवल विद्वानों को एक मंच पर लाया, बल्कि प्राचीन विज्ञान के महत्व और इसे आधुनिक जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है, इस पर भी जोर दिया।
यह आयोजन भविष्य में ज्योतिष, तंत्र, और वास्तु शास्त्र के क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित करेगा।
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