रुद्राक्ष ज्ञान के प्रमुख स्पेशलिस्ट: ललित कुमार धनवानी को भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान ने किया सम्मानित

रुद्राक्ष ज्ञान के प्रमुख स्पेशलिस्ट: ललित कुमार धनवानी को भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान ने किया सम्मानित

अहमदाबाद, गुजरात: आध्यात्मिक जगत में अपनी विशेष छाप छोड़ने वाले एक व्यक्ति के रूप में ललित कुमार धनवानी का नाम सभी जानते हैं। रुद्राक्ष और जेमस्टोन के विशेषज्ञ के रूप में वे अपने 15 साल के अनुभव के साथ आत्मीयता और ध्यान के क्षेत्र में अपने शानदार कार्य को समर्पित किया हैं।



सम्मान: ललित कुमार धनवानी को  इंदौर के मां भुवनेश्वरी इंटरनेशनल ट्रस्ट  और  भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान द्वारा  जेम्स स्टोन में विद्या बाचस्पति से सम्मानित किया गया।

जन्म और शिक्षा: ललित कुमार धनवानी का जन्म राजस्थान अजमेर में हुआ | उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा को राजस्थान के अजमेर से प्राप्त की, जहां से उन्होंने बैचलर ऑफ कॉमर्स की डिग्री हासिल की।




कार्यक्षेत्र: ललित कुमार का कार्यक्षेत्र बहुत व्यापक है, और उनके अनुभव का स्पेक्ट्रम विशाल है। उन्होंने रुद्राक्ष की खोज, उत्पादन, और विपणन में अपने अद्वितीय ज्ञान का प्रदर्शन किया है।

नई योजनाएं: ललित कुमार धनवानी ने नए योजनाओं की घोषणा की है, जो आत्मीयता के क्षेत्र में नई सोच और नया दृष्टिकोण लाएगा।

शाखाएं: ललित कुमार धनवानी ऑफिस  नासिक, USA  , हैदराबाद, गांधीनगर में है 

ललित कुमार धनवानी के अनुसार रुद्राक्ष के महत्व:
रुद्राक्ष एक पवित्र और धार्मिक माला होती है जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। रुद्राक्ष के कई प्रकार होते हैं, जो मुखों (फेस/मुंह) की संख्या के आधार पर विभाजित होते हैं। प्रत्येक मुख वाले रुद्राक्ष का अपना महत्व और लाभ होता है। यहाँ सभी प्रकार के रुद्राक्ष के नाम और उनके महत्व दिए गए हैं:

1 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: यह शिव का प्रतीक माना जाता है और इसे पहनने से मानसिक शांति और ध्यान में वृद्धि होती है।
  • लाभ: पहनने से सभी प्रकार की मानसिक समस्याएं दूर होती हैं और आध्यात्मिक उन्नति होती है।

2 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे अर्धनारीश्वर का प्रतीक माना जाता है, जो शिव और शक्ति का संयुक्त रूप है।
  • लाभ: यह दांपत्य जीवन में सामंजस्य और प्रेम को बढ़ाता है और मनोवैज्ञानिक समस्याओं का निवारण करता है।

3 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे अग्निदेव का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले को आत्म-विश्वास और ऊर्जा प्रदान करता है और पुराने कर्म दोषों से मुक्त करता है।

4 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले को विद्या, ज्ञान और समझ बढ़ाने में सहायक होता है।

5 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे कालाग्नि रुद्र का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह स्वास्थ्य को सुधारता है, मानसिक शांति प्रदान करता है, और सभी प्रकार के दोषों से बचाता है।

6 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे कार्तिकेय का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले की इच्छाशक्ति, आत्म-नियंत्रण और विद्या को बढ़ाता है।

7 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे महालक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह धन, संपत्ति और समृद्धि को आकर्षित करता है।

8 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे गणेश का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह सभी प्रकार की बाधाओं और विघ्नों को दूर करता है।

9 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे देवी दुर्गा का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह साहस, शक्ति और सुरक्षा प्रदान करता है।

10 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले को सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों और दोषों से बचाता है।

11 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे हनुमान का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह शक्ति, साहस, और आत्म-विश्वास प्रदान करता है।

12 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे सूर्य का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह स्वास्थ्य, ऊर्जा, और आत्म-विश्वास को बढ़ाता है।

13 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे कामदेव का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह आकर्षण, करिश्मा और प्रेम को बढ़ाता है।

14 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह धारण करने वाले को आत्म-साक्षात्कार और उच्च आध्यात्मिक स्तर प्राप्त करने में मदद करता है।

15 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे पाशुपत अस्त्र का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह सभी प्रकार की मानसिक और शारीरिक बीमारियों से बचाता है।

16 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे भगवान राम का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह धारण करने वाले को विजय, आत्म-संतुलन और धन प्राप्ति में सहायता करता है।

17 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे विश्वकर्मा का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह सभी प्रकार की रचनात्मक और कार्यकारी शक्तियों को बढ़ाता है।

18 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे देवी भूदेवी का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले को स्थिरता, धन, और समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है।

19 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे नारायण का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह पहनने वाले को सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं और समृद्धि प्रदान करता है।

20 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह सभी प्रकार के ज्ञान, विद्या और सृजनात्मक शक्तियों को बढ़ाता है।

21 मुखी रुद्राक्ष:

  • महत्व: इसे कुबेर का प्रतीक माना जाता है।
  • लाभ: यह धन, संपत्ति और समृद्धि प्राप्ति में सहायता करता है।

प्रत्येक रुद्राक्ष का अपना विशेष महत्व और लाभ होता है, इसलिए सही प्रकार का चयन करके उसका धारण करना महत्वपूर्ण है।


 

संगठन का आभास: ललित कुमार धनवानी के संगठन Shree Durga Pooja Bhandar का संदेश है कि आत्मीयता और ध्यान हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं, और उनका संगठन इस मिशन को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।