भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान द्वारा आदरणीय Dr. H.S. Rawat जी को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए 99वां

भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान द्वारा आदरणीय Dr. H.S. Rawat जी को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए 99वां

भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान द्वारा ऐतिहासिक सम्मान समारोह

ALLSO Group और Franchise Batao के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भव्य ज्योतिष सम्मेलन में आदरणीय Dr. H.S. Rawat जी को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए 100वां "लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड" प्रदान किया गया।

ज्योतिष के सम्राट Dr. H.S. Rawat को मिला 100वां लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड 

40 वर्षों के अनुपम योगदान और अंतरराष्ट्रीय ख्याति का हुआ ऐतिहासिक सम्मान

विशेष संवाददाता | भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान, नई दिल्ली

ज्योतिष विज्ञान के महान अध्येता, मार्गदर्शक और शिक्षाविद् Dr. H.S. Rawat जी को उनके चार दशकों से अधिक के योगदान, भारत तथा विदेशों में फैले ज्योतिषीय अनुयायियों और अद्भुत शोध कार्यों के लिए भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान भारत द्वारा 100वां "लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड" प्रदान किया गया।

इस ऐतिहासिक अवसर पर मंच की अध्यक्षता कर रहे थे भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान के चेयरमैन प्रोफेसर कार्तिक रावल जी, जिन्होंने सम्मान पत्र, शॉल, प्रतीक चिह्न प्रदान कर Dr. Rawat जी की तपस्या को सम्मानित किया।


Dr. H.S. Rawat: 40 वर्षों की सेवा, शोध और समर्पण की कहानी

Dr. H.S. Rawat का नाम आज भारतीय ही नहीं, बल्कि विश्वस्तर पर प्राच्य विद्याओं के एक विश्वसनीय स्तंभ के रूप में लिया जाता है।

उनका ज्योतिषीय सफर वर्ष 1984 में प्रारंभ हुआ, जब उन्होंने पारंपरिक शास्त्रों के साथ-साथ आधुनिक खगोलशास्त्र को एक साथ समझने की दिशा में कार्य शुरू किया।

🔹 उनकी यात्रा के 5 प्रमुख स्तंभ:

  1.  वैज्ञानिक ज्योतिष का प्रचार

  2. आधुनिक जीवनशैली के अनुसार ज्योतिषीय समाधान विकसित करना

  3. विदेशों में भारतीय विद्या का प्रचार-प्रसार

  4. सैकड़ों छात्रों और विद्वानों को प्रशिक्षित करना

  5. 410 से अधिक ज्योतिष सम्मेलनों में विशेष आमंत्रण और संबोधन


        

विदेशों में भारतीय ज्योतिष का परचम फहराने वाले अग्रदूत

Dr. Rawat जी ने ज्योतिष को केवल भाग्यवाणी तक सीमित न रखकर, उसे जीवन-निर्माण का माध्यम बनाया।

उन्होंने विभिन्न देशों  में भारतीय वैदिक ज्योतिष की कार्यशालाओं का आयोजन कर वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया।

उनके पास आने वाले लोग केवल आम व्यक्ति नहीं, बल्कि विदेशों के चिकित्सक, वैज्ञानिक, उद्योगपति और राजनीतिज्ञ तक रहे हैं।


 

शोध, प्रशिक्षण और शास्त्रों का समन्वय Dr. Rawat जी ने अब तक:

  • 200 से अधिक ग्रंथों का अध्ययन कर उन्हें व्यावहारिक जीवन से जोड़ा

  • 5 50,000+ कुंडलियों का विश्लेषण कर समाधान की वैज्ञानिक विधियाँ प्रस्तुत कीं

  • 410+ सेमिनार्स और वर्कशॉप्स में भाग लिया

  • 12 देशों में ऑनलाइन ज्योतिष शिक्षण प्लेटफॉर्म्स की नींव रखी


सम्मानों की श्रृंखला: एक शतक की ओर

Dr. Rawat जी को अब तक जिन प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा गया, उनमें से कुछ मुख्य इस प्रकार हैं:

क्रम      सम्मानदाता संस्था                          सम्मान का नाम

1      वसुधा कपूर संस्थान, दिल्ली           प्रथम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

25    डॉ. सतपाल भारद्वाज, जम्मू            सिल्वर जुबली अवार्ड

50    प्रो. कार्तिक रावल, अहमदाबाद      गोल्डन जुबली अवार्ड

75    संत कमल किशोर, सहारनपुर       डायमंड जुबली अवार्ड

96    कौशिक ब्रदर्स, हरियाणा               ज्योतिष रत्न सम्मान

97    सौरभ शर्मा, पंजाब                      विशेष साधना सम्मान

98    मोती सिंह पुरोहित,                      खेतेश्वर रुद्राक्ष संस्थान   

99    आशीष अग्रवाल,                        Franchise Batao Pvt. Ltd.    

100   Prof. Kartik Rawal,               भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान     लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड


       सम्मेलन की गरिमा बढ़ाने वाले अतिथि विद्वानगण

  • एस्ट्रो राजेश शर्मा   सम्राट डी. के. जैन   ऋभुकांत गोस्वामी   राजीव गोयल   नरेंद्र भेसदादिया   आचार्य अजय कश्यप

  • पूनम गोयल   पूर्वी रावल   अरुणा जैन  मनोज वर्मा  दीपिका सलवान  उमा शंकर मिश्रा  और अन्य विद्वानगण


Prof. Kartik Rawal: आयोजक, मार्गदर्शक और ज्योतिष के रचनात्मक योद्धा

इस आयोजन के मुख्य आयोजक प्रो. कार्तिक रावल जी न केवल एक प्रख्यात ज्योतिषाचार्य हैं, बल्कि भारतीय प्राच्य विद्या संस्थान भारत के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं।

उनके नेतृत्व में अब तक 50से अधिक ज्योतिष सम्मेलन, 100+ ज्योतिष प्रशिक्षण कार्यक्रम, और ALLSO IN Platform का निर्माण हुआ, जो आज देशभर के ज्योतिषाचार्यों का संगठित मंच है।


              Dr. Rawat जी का भावुक संबोधन

"मेरे लिए ये 100वां पुरस्कार किसी शिखर की समाप्ति नहीं, बल्कि नई शुरुआत है। मैं उन सभी संस्थाओं का आभारी हूं जिन्होंने मुझे मंच दिया, सम्मान दिया और आशीर्वाद दिया। मेरा प्रयास सदा यही रहेगा कि ज्योतिष केवल भविष्यवाणी न रहे, बल्कि जीवन निर्माण की एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विधा बनकर समाज को दिशा दे।"

– Dr. H.S. Rawat


 सम्मेलन में मेरे साथ उपस्थित रहे: एस्ट्रो राजेश शर्मा जी, मानवेन्द्र रावत जी, सम्राट डी. के. जैन जी, ऋभुकांत गोस्वामी जी, अरविंद भारद्वाज जी, राजीव गोयल जी, नरेंद्र भेसदादिया जी, आचार्य अजय कश्यप जी, मनोज शर्मा जी, मनोज वर्मा जी, दीप्ति सलवान जी, पूनम गोयल जी, पूर्वी रावल जी, अरुणा जैन जी, प्रवीण जी, उमा शंकर मिश्रा जी, एवं अन्य सभी सम्मानीय विद्वानगण।