Astrologer
तेरह मुखी रुद्राक्ष तेरह मुखी रुद्राक्ष को इंद्र देव का प्रतीकऔर साक्षात विश्वेश्वर भगवान का स्वरूप माना गया है। इसे धारण करने पर व्यक्ति को समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। यश- कीर्ति की प्राप्ति में सहायक, मान- प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए परम उपयोगी तथा कामदेव का भी प्रतीक होने से शारीरिक सुंदरता बनाए रख कर पूर्ण पुरुष बनाता है। लक्ष्मी प्राप्ति में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होता है। संतान की प्राप्ति के लिए या संतान के दीर्घायु जीवन के लिए यह रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत लाभकारी है। शीघ्र विवाह कराने हेतु भी यह रुद्राक्ष पहना जाता है। यह रुद्राक्ष नपुंसकता को दूर करता है। पैर और गुप्तांग सम्बंधित रोगों को ठीक करता है। त्रयोदशमुखी रुद्राक्ष सभी प्रकार के अर्थ एवं सिद्धियों की पूर्ति करता है। तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय कच्चे दूध और चन्दन इत्यादि पूजन कर के ?ॐ त्रयोदश वकत्रस्य ॐ ह्रीं नमः? इस मंत्र की 21 माला जप कर के धारण करना चाहिए। यह रुद्राक्ष को मंत्र जाप के पश्चात धारण करने से अर्थ एवं सिद्धियों की पूर्ति करता है तेरह मुखी रुद्राक्ष को सोमवार या शुक्रवार को धारण करना चाहिए। विशेष: तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण कर ने से शांति,आंनद,मनोरंजन, कला क्षेत्र में निपुणता, सुगम्य संगीत में सफलता प्रेम में सफलता प्राप्त हो सकती है। यह रुद्राक्ष जो कन्सल्टिंग बिजनेस करते है वह वकील ,न्यायाधीश,बैंक कर्मचारी, चार्टनट एकाउंटेंट, इलेक्ट्रिक कम्युनिकेशन से जुड़े हुए लोग सरकारी कर्मचारी,पुलिस अधिकारी,ढेकेदार जनरल मर्चेंट और राजनेता समाज सेवा में काम करने वाले सभी लोग , होटल व्यवस में जुड़े हुए सभी कर्मचारी या मालिक यह तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते है