चौदह मुखी रुद्राक्ष चौदह मुखी रुद्राक्ष के बारे में यह मान्यता है कि यह साक्षात त्रिपुरारी का स्वरूप है। भगवान हनुमान का स्वरूप है। इसे सिर पर धारण करने से व्यक्ति परमपद को पाता है।चतुर्दशमुखी रुद्राक्ष स्वास्थ्य लाभ, रोगमुक्ति और शारीरिक तथा मानसिक-व्यापारिक उन्नति में सहायक होता है। इस रुद्राक्ष में हनुमानजी की शक्ति होती है। चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण करने पर आध्यात्मिक तथा भौतिक सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। इस रुद्राक्ष को सोमवार या मंगलवार के दिन धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को धारण करते समय इसे शिवलिंग पर रखकर कच्चे दूध से स्नान पूजा आदि कर के ?ॐ चतुर्दस वकत्रस्य ॐ नमः? इस मन्त्र की 21 माला जप करके धारण करना चाहिए। चतुर्दशमुखी को मंत्र जाप के पश्चात धारण करने सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। विशेष: यह चतुर्दस मुखी रुद्राक्ष आपके जीवन में अच्छी सफलता की प्राप्ति के लिए। लोहे के सम्बंधित जो बिजनेस करते है, जो खान खनिज का बिजनेस करते है , जिस के जीवन में शनि की साढ़े-साती पनोती है वह व्यक्ति और जिस के जीवन में धैर्य और विनम्रता चाहिए वह सभी व्यक्ति यह चतुर्दसी मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।