जानें क्या होता है गोमती चक्र और इसके लाभ

जानें क्या होता है गोमती चक्र और इसके लाभ

गोमती चक्र का महत्व और इसके लाभ भारतीय ज्योतिष शास्त्र में गोमती चक्र का विशेष महत्व है। यह एक अद्भुत आध्यात्मिक शिलापत्थर है जो गोमती नदी में पाया जाता है। इसे भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का प्रतीक माना जाता है। गोमती चक्र को अपने पास रखने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सुख-शांति और सफलता आती है। यह एक ऐसा उपाय है जिसे अपनाकर व्यक्ति अपनी कई परेशानियों से छुटकारा पा सकता है।

क्या होता है गोमती चक्र?

गोमती चक्र एक दुर्लभ शिलापत्थर है, जिसे गोमती नदी में पाया जाता है। इसका रंग सफेद, हल्का पीला अथवा भूरे रंग का हो सकता है। इसकी सतह पर चक्र का निशान बना होता है, जो इसे विशेष बनाता है। इसे भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का स्वरूप माना जाता है।

गोमती चक्र के अद्भुत लाभ

गोमती चक्र को अपने घर या व्यापार स्थल पर रखने से कई लाभ प्राप्त होते हैं। इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

1. सफलता प्राप्ति

यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में निरंतर असफलता का सामना कर रहा है, तो गोमती चक्र उसे सफलता दिलाने में सहायक होता है।

3 अभिमंत्रित गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रखने से सफलता के मार्ग प्रशस्त होते हैं।

2. व्यापार में वृद्धि

व्यापार में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए 21 गोमती चक्रों के साथ 3 नारियल को पीले कपड़े में बांधकर अपने कार्यस्थल के द्वार पर लटका देना चाहिए। इससे व्यापार में लाभ होता है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

3. घर में समृद्धि

शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र लेकर लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।

इसके साथ ही 'श्री महालक्ष्म्यै नमः' मंत्र का 11 माला जाप करना भी शुभ होता है।

4. ऑफिस में पदोन्नति

यदि आप ऑफिस में तरक्की चाहते हैं तो 3 अभिमंत्रित गोमती चक्र को चांदी के तार में बांधकर अपनी जेब में रखें। इससे कार्यक्षेत्र में सफलता के अवसर बढ़ते हैं।

5. नजर दोष से बचाव

गोमती चक्र नजर दोष को दूर करने के लिए अत्यंत प्रभावशाली होता है।

नजर दोष से पीड़ित व्यक्ति को 7 गोमती चक्र को काले कपड़े में बांधकर अपने घर के मुख्य द्वार पर लटका देना चाहिए।

6. वास्तु दोष का निवारण

यदि घर में वास्तु दोष है तो 11 गोमती चक्र को दक्षिण-पूर्व दिशा में नींव में दबा देने से वास्तु दोष समाप्त होता है और घर में शांति बनी रहती है।

7. बीमारियों से मुक्ति

यदि घर का कोई व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ता है, तो उसके सिर से 21 गोमती चक्र घुमाकर पलंग के पास बांध देना चाहिए। इससे स्वास्थ्य में सुधार होता है।

8. दांपत्य जीवन में मधुरता

यदि दांपत्य जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, तो 11 गोमती चक्र को सफेद कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में रख देना चाहिए। इससे दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।

गोमती चक्र की पूजा विधि

गोमती चक्र का प्रभाव तभी मिलता है जब इसकी सही विधि से पूजा की जाए। गोमती चक्र की पूजा करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:

सबसे पहले भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और देवी सरस्वती का पूजन करें।

इसके बाद 7 गोमती चक्रों को पूजा स्थल पर रखें।

प्रत्येक चक्र पर हल्दी, कुमकुम और अक्षत (चावल) चढ़ाएं।

गोमती चक्र पर फूल अर्पित करें और घी का दीपक जलाएं।

पूजा के बाद 7 गोमती चक्र को पीले कपड़े में बांधकर अपने घर के मुख्य द्वार के ऊपर उत्तर दिशा में लटका दें।

इससे आपके घर में सुख-शांति बनी रहती है।

गोमती चक्र के अन्य विशेष उपाय

धन प्राप्ति के लिए: 5 गोमती चक्र को तिजोरी में रखें।

सौभाग्य के लिए: 3 गोमती चक्र को अपने पर्स में रखें।

नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए: 21 गोमती चक्र को घर के आंगन में गाड़ दें।

विद्यार्थियों के लिए: 4 गोमती चक्र को पढ़ाई की मेज पर रखने से ध्यान केंद्रित होता है।

गोमती चक्र एक अत्यंत शक्तिशाली और लाभकारी उपाय है, जो व्यक्ति के जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख-शांति लाने में सहायक होता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे एक प्रभावी टोटका माना गया है, जो न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में नए अवसरों के द्वार भी खोलता है। यदि सही विधि से गोमती चक्र का पूजन और प्रयोग किया जाए तो व्यक्ति के जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।