
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने के लिए दिशाओं और उनके प्रभावों को ध्यान में रखता है। यदि वास्तु नियमों के अनुसार सही दिशा में सही वस्तुएं रखी जाएं, तो घर में सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किस दिशा में क्या रखना चाहिए।
1. उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)
उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु में सबसे पवित्र और सकारात्मक दिशा माना जाता है। यह ज्ञान, आध्यात्मिकता और जल तत्व से जुड़ी होती है।
क्या रखें?
पूजा कक्ष या मंदिर
पानी का स्रोत (जैसे कुआं, बोरवेल, जल का घड़ा)
हल्के रंगों का प्रयोग करें
क्या न रखें?
भारी फर्नीचर या स्टोर रूम
किचन और टॉयलेट
2. उत्तर दिशा
उत्तर दिशा धन, समृद्धि और करियर में उन्नति का प्रतीक है। यह कुबेर देवता की दिशा मानी जाती है।
क्या रखें?
धन रखने की जगह (तिजोरी, लॉकर)
हरे पौधे और फव्वारा
हल्के और चमकीले रंगों का प्रयोग करें
क्या न रखें?
भारी सामान या स्टोर रूम
लाल या काले रंग की दीवारें
3. उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण)
यह दिशा सामाजिक संबंधों, मित्रता और यात्रा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
क्या रखें?
अतिथि कक्ष (गेस्ट रूम)
हवा और वायु संचार के लिए खिड़कियां
धातु से बनी वस्तुएं
क्या न रखें?
जल तत्व (जैसे पानी की टंकी)
भारी फर्नीचर
4. पश्चिम दिशा
पश्चिम दिशा को स्थायित्व और लाभ की दिशा माना जाता है।
क्या रखें?
भोजन कक्ष (डाइनिंग एरिया)
स्टडी टेबल
बड़े और मजबूत फर्नीचर
क्या न रखें?
पानी से संबंधित चीजें
ज्यादा रोशनी और खुलापन
5. दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण)
यह दिशा स्थिरता, शक्ति और विश्वास की प्रतीक मानी जाती है।
क्या रखें?
मास्टर बेडरूम
भारी फर्नीचर
महत्वपूर्ण दस्तावेज और कीमती सामान
क्या न रखें?
पूजा कक्ष
पानी से जुड़ी कोई वस्तु
6. दक्षिण दिशा
दक्षिण दिशा ऊर्जा, आत्मविश्वास और शक्ति का प्रतीक है।
क्या रखें?
बेडरूम और स्टडी रूम
लाल और नारंगी रंगों का प्रयोग
मजबूत फर्नीचर और भारी सामान
क्या न रखें?
पानी का स्रोत
खिड़कियां ज्यादा बड़ी न हों
7. दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण)
यह दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी होती है, इसलिए रसोई के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
क्या रखें?
किचन और चूल्हा
लाल, गुलाबी और नारंगी रंग
बिजली से जुड़ी चीजें (टीवी, इनवर्टर, माइक्रोवेव आदि)
क्या न रखें?
पानी की टंकी या बाथरूम
पूजा कक्ष
8. पूर्व दिशा
पूर्व दिशा स्वास्थ्य, नई शुरुआत और सकारात्मक ऊर्जा की दिशा होती है।
क्या रखें?
मुख्य द्वार
खिड़कियां और रोशनी का अच्छा प्रबंध
हरे पौधे
क्या न रखें?
भारी सामान
किचन और टॉयलेट
9. केंद्र (ब्रह्मस्थान)
घर का मध्य स्थान 'ब्रह्मस्थान' कहलाता है, जो ऊर्जा का केंद्र बिंदु होता है।
क्या रखें?
खुला और साफ स्थान
हल्के रंग
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने वाले चित्र
क्या न रखें?
भारी फर्नीचर या कोई निर्माण कार्य
किचन, बाथरूम या सीढ़ियां
अगर आप वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर में सही दिशा में सही चीजें रखते हैं, तो यह घर में सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली को बनाए रखता है। दिशाओं के अनुसार इन नियमों को अपनाकर आप अपने घर को वास्तु अनुकूल बना सकते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
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