ज्योतिषीय उपाय: ग्रह दोष दूर करने के अचूक तरीके

ज्योतिषीय उपाय: ग्रह दोष दूर करने के अचूक तरीके

हमारे जीवन में कई बार कठिनाइयाँ आती हैं, जिनका कारण कुंडली में ग्रह दोष हो सकता है। ज्योतिषीय दृष्टि से, ग्रह दोष का प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य, करियर, विवाह और आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है। लेकिन सही ज्योतिषीय उपायों द्वारा इन दोषों को कम किया जा सकता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाई जा सकती है। इस ब्लॉग में, हम विभिन्न ग्रह दोषों और उनके प्रभावी उपायों पर चर्चा करेंगे।

प्रमुख ग्रह दोष और उनके उपाय

1. सूर्य दोष

लक्षण: अहंकार, आत्मविश्वास की कमी, सरकारी क्षेत्र में बाधाएँ, पिता से संबंधों में तनाव।

उपाय:प्रातःकाल सूर्य को जल अर्पित करें।

आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।

तांबे के बर्तन का प्रयोग करें।

गेहूँ और गुड़ का दान करें।

2. चंद्र दोष

लक्षण: मानसिक अस्थिरता, अवसाद, माता से दूरी, भावनात्मक कमजोरी।

उपाय:सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ।

चाँदी का आभूषण धारण करें।

दूध, चावल और चीनी का दान करें।

ओम् सोमाय नमः मंत्र का जाप करें।

3. मंगल दोष (मांगलिक दोष)

लक्षण: वैवाहिक जीवन में समस्याएँ, अत्यधिक क्रोध, दुर्घटनाओं की संभावना।

उपाय:हनुमान चालीसा का पाठ करें।

मंगलवार का व्रत रखें।

लाल मसूर की दाल और गुड़ का दान करें।

मूंगा रत्न धारण करें।

4. बुध दोष

लक्षण: बौद्धिक कमजोरी, वाणी में दोष, व्यापार में हानि।

उपाय:गणपति पूजा करें।

बुधवार को हरे रंग के वस्त्र पहनें।

साबूत मूंग दाल का दान करें।

पन्ना रत्न धारण करें।

5. गुरु दोष

लक्षण: शिक्षा और करियर में बाधाएँ, आध्यात्मिक कमजोरी।

उपाय:बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र पहनें।

केले के वृक्ष की पूजा करें।

हल्दी और चने की दाल का दान करें।

ओम् बृं बृहस्पतये नमः मंत्र का जाप करें।

 

6. शुक्र दोष

लक्षण: वैवाहिक जीवन में अस्थिरता, भौतिक सुखों में कमी, प्रेम संबंधों में समस्याएँ। उपाय:

माँ लक्ष्मी की पूजा करें।

शुक्रवार का व्रत रखें।

चावल, सफेद वस्त्र और मिश्री का दान करें।

हीरा या ओपल रत्न धारण करें।

6. शनि दोष (साढ़ेसाती और ढैय्या)

लक्षण: बाधाएँ, कठिन परिश्रम के बावजूद सफलता न मिलना।

उपाय:शनि मंदिर में तेल चढ़ाएँ।

काली वस्तुओं का दान करें।

हनुमान जी की पूजा करें।

शनि बीज मंत्र का जाप करें।

7. राहु दोष

लक्षण: भ्रम, नशे की आदत, अचानक समस्याएँ।

उपाय:राहु मंत्र का जाप करें।

नारियल और नीले फूल बहाएँ।

सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।

8. केतु दोष

लक्षण: आध्यात्मिक समस्याएँ, अचानक नुकसान, भ्रम की स्थिति।

उपाय:केतु मंत्र का जाप करें।

कुत्तों को भोजन दें।

काले तिल और सफेद कपड़े का दान करें।

ग्रह दोष का प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन में भिन्न हो सकता है, लेकिन उचित ज्योतिषीय उपायों से इनका निवारण किया जा सकता है। नियमित पूजा-पाठ, दान, मंत्र जाप और रत्न धारण करके इन दोषों के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में शांति एवं समृद्धि लाई जा सकती है