20 प्रकार के शिवलिंग और उनके अलग-अलग फल

20 प्रकार के शिवलिंग और उनके अलग-अलग फल

यहाँ हर शिवलिंग के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है:

मिश्री (चीनी) शिवलिंग – इसकी पूजा करने से सभी रोगों का नाश होता है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

मिर्च-पीपल शिवलिंग – इसका पूजन वशीकरण और तंत्र-मंत्र साधना के लिए किया जाता है।

फूलों का शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा करने से भूमि, भवन और संपत्ति की प्राप्ति होती है।

आटे का शिवलिंग – जौ, गेहूं और चावल के आटे से बने इस शिवलिंग की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है।

फल का शिवलिंग – किसी भी फल को शिवलिंग मानकर पूजने से बगीचे में उत्तम फल प्राप्त होते हैं।

यज्ञ भस्म शिवलिंग – इसका पूजन करने से साधना में सफलता और सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं।

बांस अंकुर शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा करने से वंश वृद्धि होती है।

दही का शिवलिंग – दही से बने शिवलिंग की पूजा करने से सभी प्रकार के सुख और धन की प्राप्ति होती है।

गुड़-धान्य शिवलिंग – इसका पूजन करने से कृषि उत्पादन में वृद्धि होती है।

आंवले का शिवलिंग – इस शिवलिंग से रुद्राभिषेक करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कपूर का शिवलिंग – इसका पूजन करने से आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्त होता है।

दुर्वा का शिवलिंग – दुर्वा से बना शिवलिंग पूजने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

स्फटिक शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

मोती का शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा करने से स्त्रियों का सौभाग्य बढ़ता है।

स्वर्ण शिवलिंग – इसका पूजन करने से सभी प्रकार की सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

चांदी का शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा से धन-धान्य में वृद्धि होती है।

पीपल लकड़ी शिवलिंग – इसका पूजन करने से दरिद्रता का नाश होता है।

लहसुनिया शिवलिंग – इस शिवलिंग की पूजा करने से शत्रु पर विजय प्राप्त होती है।

बिबर मिट्टी शिवलिंग – इसका पूजन करने से विषैले जीव-जंतुओं से रक्षा होती है।

पारद शिवलिंग – इस शिवलिंग का अभिषेक सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, यह सौभाग्य, शांति, स्वास्थ्य और व्यापार वृद्धि के लिए उत्तम है।