आठ मुखी रुद्राक्ष विस्तृत जानकारी और इसके लाभ

आठ मुखी रुद्राक्ष विस्तृत जानकारी और इसके लाभ

परिचय

आठ मुखी रुद्राक्ष, जिसे अष्टमुखी रुद्राक्ष कहा जाता है, भगवान गणेश का स्वरूप माना जाता है और इसे अष्टदेवियों का प्रतिनिधि भी माना जाता है। यह रुद्राक्ष राहु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति दिलाने के लिए प्रसिद्ध है।

विशेषताएँ और लाभ

राहु के प्रभाव से मुक्ति: अष्टमुखी रुद्राक्ष राहु के अशुभ प्रभावों को समाप्त करता है और पापों का क्षय करके मोक्ष प्रदान करता है।

ज्ञान और एकाग्रता: यह ज्ञानप्राप्ति में सहायक है और मानसिक चित्त में एकाग्रता लाने में मदद करता है।

कानूनी मामलों में विजय: कोर्ट-कचेरी में सफलता दिलाने वाला माना जाता है।

शत्रुओं से रक्षा: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को आने वाली सभी दुर्घटनाओं और प्रबल शत्रुओं से रक्षा करता है।

व्यापार और व्यवसाय में सफलता: अष्टमुखी रुद्राक्ष सभी कार्यों, जैसे व्यापार, नौकरी, सामाजिक, राजकीय, और कौटुम्बिक कार्यों में सफलता और उन्नति प्रदान करता है।

कुण्डलिनी चक्र जागृत करना: यह रुद्राक्ष जातक के शरीर में कुण्डलिनी चक्र को जाग्रत करता है और अष्ट सिद्धियों का प्रदानकर्ता है।

पूजा विधि

मंत्र जप:

इसे धारण करते समय "ॐ अष्ट वकत्रस्य ॐ हुं नमः" इस मंत्र का 21 माला जप करना चाहिए।

धारण का समय:

मंत्र जाप के पश्चात इसे धारण करने से परमपद की प्राप्ति होती है।

किसे धारण करना चाहिए?

राशियाँ: यह रुद्राक्ष सभी राशियों के जातक धारण कर सकते हैं, लेकिन विशेष रूप से राहु ग्रह के प्रभाव में आने वाले जातक इसे धारण करना चाहिए।

विशेष रुचियाँ:

यदि आप शेर बाजार, ट्रेडिंग, लेन-देन या निवेश करते हैं।

यदि आप इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के व्यापार में हैं।

यदि आप कम्युनिकेशन बिजनेस से जुड़े हैं, या बैंक कर्मचारी, चार्टेड एकाउंटेंट, या इंजीनियर हैं।

परिणाम और प्रभाव

आपदाओं से सुरक्षा: यह रुद्राक्ष जीवन में आने वाली सभी आपदाओं और चुनौतियों से सुरक्षा प्रदान करता है।

आर्थिक लाभ: व्यापार में सफलता और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

सकारात्मक ऊर्जा: यह रुद्राक्ष सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे मानसिक स्पष्टता और आत्मविश्वास बढ़ता है।

ध्यान देने योग्य बातें

स्वास्थ्य संबंधी: यदि कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो, तो रुद्राक्ष का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

संवेदनशीलता: कुछ लोग रुद्राक्ष के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं, इसलिए यदि कोई असुविधा महसूस हो, तो इसे हटा दें।

प्रामाणिकता: हमेशा प्रामाणिक रुद्राक्ष खरीदें, क्योंकि नकली रुद्राक्ष के लाभ नहीं मिलते।

आठ मुखी रुद्राक्ष एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक साधन है जो न केवल राहु के अशुभ प्रभावों से रक्षा करता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में सभी कार्यों में सफलता और समृद्धि लाने में मदद करता है। इसे सही विधि से धारण करने पर इसके लाभ अधिकतम होते हैं। विशेष ध्यान दें कि इसे धारण करने से पहले उचित विधि और मंत्र का पालन करें।