अंगूठे से भविष्य जानने की विद्या दक्षिण भारत में प्रचलित एक पुरानी परंपरा है। इसके अनुसार, अंगूठे की छाप और उस पर उभरी रेखाओं का अध्ययन करके जातक के भविष्य, व्यक्तित्व और सुख-दुख का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही, अंगूठे की आकृति और बनावट भी यह संकेत देती है कि व्यक्ति का जीवन कैसा रहेगा। आइए, हम जानते हैं अंगूठे से जुड़े महत्वपूर्ण संकेतों के बारे में।
1. बेडौल अंगूठा
यदि पुरुष के हाथ का अंगूठा बेडौल या बेढंगा है, तो यह संकेत देता है कि उसे पत्नी का सुख कम मिलेगा। ऐसे जातक को पत्नी के साथ तालमेल बैठाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यह उनके वैवाहिक जीवन में तनाव और मतभेद का कारण बन सकता है।
2. सुंदर अंगूठा
दूसरी ओर, यदि पुरुष का अंगूठा बहुत सुंदर और आकर्षक है, तो इसका अर्थ है कि उसका अपनी पत्नी के साथ संबंध मजबूत रहेगा। वे एक-दूसरे के साथ सहयोग करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे, और उनका जीवन खुशहाल रहेगा।
3. झुका हुआ अंगूठा
यदि अंगूठा बाहर की ओर झुका हुआ है, तो यह दर्शाता है कि जातक कमजोर मस्तिष्क का हो सकता है। ऐसे व्यक्ति में व्यर्थ के खर्च करने की प्रवृत्ति भी हो सकती है, जिससे उसके वित्तीय मामलों में समस्याएं आ सकती हैं।
4. सीधा अंगूठा
सीधा अंगूठा रखने वाले जातक दृढ़ और स्थिर स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग विचारों के प्रति अडिग रहते हैं और निर्णय लेने में सतर्कता बरतते हैं। वे मित्रता स्थापित करने में समय लेते हैं और अपनी सोच को लेकर गंभीर होते हैं।
5. लचकदार अंगूठा
लचकदार अंगूठे वाले जातक नरम स्वभाव के होते हैं। वे निर्णयों में स्थिरता नहीं रख पाते और बार-बार अपने निर्णय बदल लेते हैं। ऐसे लोग अपरिचितों के साथ आसानी से मित्रता कर लेते हैं, लेकिन इस स्वभाव के कारण कई बार उन्हें धोखे का सामना भी करना पड़ सकता है।
6. गदा आकार का अंगूठा
गदा आकार का अंगूठा, जिसका ऊपरी भाग चौड़ा और फूला हुआ होता है, ऐसे जातकों के हिंसक और क्रोधी स्वभाव का संकेत देता है। ऐसे लोग अक्सर अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं रख पाते और समस्याओं में उलझ जाते हैं।
7. इकहरा अंगूठा
इकहरे अंगूठे, जो पतले होते हैं, चालाक और कूटनीति में निपुण जातकों का प्रतीक होते हैं। ऐसे लोग अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से बना सकते हैं, लेकिन कभी-कभी उनके चालाकी भरे निर्णय गलत साबित हो सकते हैं।
8. सीधे अंगूठे
सीधे अंगूठे वाले जातक तर्कशील होते हैं और अपने कार्यों को सोच-समझकर पूरा करते हैं। उनका स्वभाव सरल और स्पष्ट होता है, जिससे वे दूसरों के साथ अच्छा तालमेल बैठा पाते हैं।
9. अंगूठा-तर्जनी कोण
जब हाथ फैलाने पर अंगूठा और तर्जनी के बीच कोण का अध्ययन किया जाता है, तो यह जातक के मानसिक और भावनात्मक स्वभाव को दर्शाता है। बड़े कोण वाले जातक संवेदनशील होते हैं, जबकि समकोण वाले हठी और प्रतिशोधी स्वभाव के हो सकते हैं।
10. तर्जनी और अंगूठे का कोण
यदि तर्जनी अंगुली और अंगूठे के मध्य अधिक कोण बनता है, तो ऐसे जातक कोमल हृदय के, विद्याप्रेमी और कलाकार होते हैं। हालांकि, उनमें भाग्यवादी और शंकालु प्रवृत्तियाँ भी हो सकती हैं। न्यून कोण वाले जातक निराशावादी और आलसी हो सकते हैं, जो कर्ज में डूब सकते हैं।
11. अंगूठे के पोर
अंगूठे का पहला पोर इच्छाशक्ति, दूसरा पोर तर्कशक्ति, और तीसरा पोर प्रेमशक्ति का प्रतीक है। यदि पहले पोर की लंबाई दूसरे से अधिक है, तो जातक में प्रबल इच्छाशक्ति होती है। यदि दूसरा पोर बड़ा है, तो तर्कशक्ति प्रबल होती है। जब दोनों पोर बराबर होते हैं, तो ऐसा जातक सफल और संतुलित जीवन व्यतीत करता है।
अंगूठे का तीसरा भाग, जिसे शुक्र का पर्वत कहा जाता है, यदि सुंदर और लालिमायुक्त है, तो ऐसे व्यक्ति में प्रेम की गहराई होती है। वे प्रेम में त्याग करने के लिए तत्पर रहते हैं, जिससे उनका वैवाहिक जीवन सुखदायक होता है। यदि यह क्षेत्र दबा हुआ है, तो ऐसे व्यक्ति निराशावादी और स्वार्थी हो सकते हैं, जो उनके प्रेम संबंधों में कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है।
इन संकेतों के माध्यम से हम न केवल व्यक्ति के व्यक्तित्व को समझ सकते हैं, बल्कि उसके भविष्य के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह विद्या हमें यह जानने का अवसर देती है कि किस प्रकार अंगूठे की आकृति और उसके विशेषताएँ हमारे जीवन को प्रभावित कर सकती हैं।
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